India's Smart Cities Mission नियोजित शहरी विकास को बढ़ावा देती है, जिसमें प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचे और स्थिरता को शामिल किया जाता है, जिससे शहर अधिक रहने योग्य और कुशल बनते हैं।
Pradhan Mantri Awas Yojana (PMAY) वैश्विक आवास संकट के लिए व्यावहारिक समाधान प्रदान करती है, जिससे सभी के लिए कम लागत वाले आवास सुनिश्चित होते हैं और शहरी जीवन स्तर में सुधार होता है।
भारत सफल शहरी नीतियों को वैश्विक दक्षिण (Global South) के लिए एक बेंचमार्क के रूप में प्रस्तुत करेगा, जिसमें समावेशी विकास और शहरी समानता पर जोर दिया जाएगा।
भारत की नवीकरणीय ऊर्जा और हरित अवसंरचना (Green Infrastructure) का एकीकरण जलवायु-लचीला (climate-resilient) शहरों के निर्माण को बढ़ावा देता है, जिससे पर्यावरणीय रूप से स्थायी शहरी नियोजन को बल मिलता है।
भारत की PMAY सार्वजनिक-निजी भागीदारी (public-private partnerships) के माध्यम से आवास लागत को कम करने और सभी के लिए आवास सुनिश्चित करने का एक मॉडल प्रस्तुत करती है।
Smart Cities Mission संसाधनों के कुशल प्रबंधन पर जोर देती है, जिससे शहरी बुनियादी ढांचे पर दबाव कम होता है और सतत शहरी विकास को बढ़ावा मिलता है।
जनसंख्या वृद्धि के कारण शहरी क्षेत्रों में अत्यधिक भीड़भाड़ हो रही है, जिससे मजबूत कार्यान्वयन रूपरेखा (implementation frameworks) और दीर्घकालिक शहरी योजना की आवश्यकता है।
सतत शहरी परियोजनाओं के लिए बड़े निवेश की आवश्यकता होती है, जिससे वैश्विक निवेश सहयोग (global investment collaborations) और वित्तीय भागीदारी की जरूरत बढ़ जाती है।
दिल्ली के जल प्रबंधन प्रणाली और मुंबई के झुग्गी पुनर्विकास (slum redevelopment) जैसी शहरी परियोजनाएँ व्यावहारिक समाधान प्रदान करती हैं, जिन्हें वैश्विक स्तर पर अपनाया जा सकता है।
भारत अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी को मजबूत कर सकता है, जिससे प्रौद्योगिकी साझाकरण और संसाधन आवंटन को बढ़ावा मिलेगा और वैश्विक शहरी विकास को गति मिलेगी।
किफायती आवास, सतत बुनियादी ढांचे और नवाचारपूर्ण शासन को प्राथमिकता देकर, भारत World Urban Forum में वैश्विक शहरी विकास चर्चा को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है।
India's Smart Cities Mission एक सरकारी पहल है, जिसका उद्देश्य प्रौद्योगिकी-आधारित समाधानों के माध्यम से शहरी बुनियादी ढांचे में सुधार करना और इसे अधिक टिकाऊ और कुशल बनाना है।
Pradhan Mantri Awas Yojana (PMAY) सार्वजनिक-निजी भागीदारी (public-private partnerships) के माध्यम से किफायती आवास प्रदान करता है, जिससे आवास लागत कम होती है और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए घर सुनिश्चित किए जाते हैं।
भारत की सफल शहरी नीतियाँ समावेशी विकास, स्थिरता और स्मार्ट बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित करती हैं, जो वैश्विक दक्षिण के लिए एक उदाहरण बन सकती हैं।
मुख्य चुनौतियों में तेजी से शहरी प्रवासन के कारण जनसंख्या वृद्धि और वित्तीय सीमाएँ शामिल हैं, जो बड़े पैमाने पर शहरी विकास परियोजनाओं में बाधा उत्पन्न करती हैं।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से निवेश, प्रौद्योगिकी और विशेषज्ञता प्राप्त हो सकती है, जिससे भारत स्थायी और अभिनव शहरी समाधान लागू कर सकता है।
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