

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आयातित वस्तुओं पर लगाए गए टैरिफ अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए दोधारी तलवार साबित हुए हैं। घरेलू उद्योगों की रक्षा के उद्देश्य से बनाई गई ये नीतियां, आंकड़ों के अनुसार, प्रतिकूल प्रभाव डाल रही हैं, जिनमें जीडीपी में गिरावट, घरेलू आय में कमी और विनिर्माण क्षेत्र में नौकरियों का नुकसान शामिल है।
आर्थिक विशेषज्ञों की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप के प्रस्तावित दूसरे कार्यकाल के टैरिफ के साथ, इतिहास दोहराने की संभावना है। अर्थशास्त्रियों के विश्लेषण से इन नीतियों की वास्तविक लागत सामने आती है।
फेडरल रिजर्व बोर्ड की 2019 की चर्चा पत्रिका Disentangling the Effects of the 2018-2019 Tariffs on a Globally Connected U.S. Manufacturing Sector में ट्रंप के पहले कार्यकाल में लगाए गए लगभग 400 अरब डॉलर के टैरिफ के प्रभावों का विश्लेषण किया गया।
इस अध्ययन में पाया गया कि टैरिफ वृद्धि के कारण प्रभावित उद्योगों में रोजगार में गिरावट आई। 75,000 विनिर्माण नौकरियां समाप्त हो गईं, जिससे इस क्षेत्र में 0.6% की गिरावट दर्ज की गई—जो कि बिना टैरिफ वाले परिदृश्य की तुलना में कम था।
कांग्रेसनल बजट ऑफिस (CBO) की 2019 की रिपोर्ट An Update to the Budget and Economic Outlook: 2019 to 2029 के अनुसार, ट्रंप के व्यापार प्रतिबंधों ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था की कुल उत्पादकता को घटा दिया।
मार्च 2018 में, ट्रंप ने स्टील आयात पर 25% टैरिफ लगाया, जो उनके सबसे विवादास्पद संरक्षणवादी उपायों में से एक था। यह नीति घरेलू उत्पादन को बढ़ाने के लिए बनाई गई थी, लेकिन इसके बजाय उत्पादन लागत बढ़ गई।
व्यापार विशेषज्ञों के अनुसार, कनाडा, मैक्सिको और यूरोपीय संघ को दी गई छूट बाद में समाप्त कर दी गई, जिससे प्रतिशोधी टैरिफ लागू हुए और आर्थिक अनिश्चितता बढ़ गई।
अगर ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में फिर से इसी तरह के टैरिफ लागू करते हैं, तो ऑटोमोबाइल, निर्माण और ऊर्जा क्षेत्र जैसे उद्योगों को अधिक उत्पादन लागत का सामना करना पड़ेगा।
2023 में, चीन ने 1,019 मिलियन मीट्रिक टन स्टील का उत्पादन किया, जो वैश्विक उत्पादन का 54% है।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार डेटा के अनुसार:
इस असमानता को देखते हुए, अमेरिकी स्टील निर्माता अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य दबाव के प्रति संवेदनशील बने रहेंगे। नए टैरिफ विदेशी वर्चस्व को रोकने में ज्यादा प्रभावी नहीं होंगे, बल्कि वे अमेरिकी उद्योगों को महंगे कच्चे माल की समस्या में डाल देंगे।
आर्थिक विशेषज्ञों ने बताया है कि टैरिफ के कारण उत्पादन लागत में वृद्धि हुई, जिससे महंगाई को बढ़ावा मिला।
हाल के वर्षों में अमेरिका में महंगाई दर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। हालांकि नीति विश्लेषण दिखाता है कि बाइडेन प्रशासन ने भी कुछ व्यापार प्रतिबंध जारी रखे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप के टैरिफ महंगाई के प्रमुख कारणों में से एक थे, जिन्होंने व्यवसायों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए लागत बढ़ा दी।
अगर इतिहास से सबक लिया जाए, तो ट्रंप के आक्रामक टैरिफ अमेरिकी अर्थव्यवस्था को और नुकसान पहुंचा सकते हैं। उनके पहले कार्यकाल के अर्थशास्त्रियों की रिपोर्ट से स्पष्ट होता है—
✅ विनिर्माण क्षेत्र में नौकरियों का नुकसान
✅ जीडीपी में गिरावट
✅ घरेलू आय में कमी
✅ महंगाई में वृद्धि
अगर ये नीतियां फिर से लागू होती हैं, तो अमेरिका को एक और आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।
1. ट्रंप के टैरिफ अमेरिकी अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित करते हैं?
टैरिफ से आयातित सामान महंगे हो जाते हैं, जिससे कंपनियों की लागत बढ़ती है और उपभोक्ता कीमतों में इजाफा होता है।
2. क्या टैरिफ के कारण नौकरियां प्रभावित होती हैं?
हाँ, कई उद्योगों में नौकरियों में कटौती देखी गई है, खासकर विनिर्माण क्षेत्र में।
3. 2018 के स्टील टैरिफ का क्या प्रभाव पड़ा?
इससे स्टील की लागत बढ़ गई, जिससे अमेरिकी कंपनियों की उत्पादन लागत बढ़ गई और कुछ उद्योगों को नुकसान हुआ।
4. ट्रंप के संभावित दूसरे कार्यकाल में क्या टैरिफ दोबारा लागू होंगे?
अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन उनके पिछले बयानों के आधार पर इसकी संभावना है।
5. टैरिफ महंगाई को कैसे प्रभावित करते हैं?
वे आयातित वस्तुओं की लागत बढ़ाते हैं, जिससे उत्पादों की कीमतें बढ़ती हैं और उपभोक्ताओं पर बोझ पड़ता है।
6. क्या चीन पर लगाए गए टैरिफ प्रभावी रहे?
कई अर्थशास्त्रियों का मानना है कि इन टैरिफ से अमेरिकी कंपनियों और उपभोक्ताओं को अधिक नुकसान हुआ है।
7. क्या टैरिफ अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद हो सकते हैं?
कुछ मामलों में वे घरेलू उद्योगों को लाभ पहुंचा सकते हैं, लेकिन समग्र आर्थिक प्रभाव आमतौर पर नकारात्मक रहा है।
कॉपीराइट 2022 ओजांक फाउंडेशन