सुरक्षा चिंताएं:
-
डेटा निजता और साइबर सुरक्षा खतरा:
- डीपसीक ऐप के उपयोग से भारतीय डेटा की सुरक्षा को खतरा।
- उपयोगकर्ताओं की गोपनीय जानकारी लीक होने की आशंका।
-
जासूसी के आरोप:
- पश्चिमी देशों द्वारा इस ऐप पर जासूसी का आरोप।
- सरकारी कर्मचारियों को इस ऐप के उपयोग से मना किया गया।
-
विदेशी प्रभाव और नियंत्रण:
- चीनी कंपनियों द्वारा डेटा संग्रहण पर संदेह।
- अन्य देशों (अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया) में भी इस पर प्रतिबंध।
संभावित सरकारी कार्रवाई:
-
सलाह जारी करने की योजना:
- इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय की सतर्कता।
- डीपसीक के उपयोग पर रोक लगाने की संभावना।
-
निगरानी और वैकल्पिक समाधान:
- भारतीय सर्वरों पर होस्टिंग का सुझाव।
- भारतीय एआई ऐप को बढ़ावा देने की रणनीति।
सम्बंधित उपयोगी लिंक
- भारत में डेटा सुरक्षा कानून
- साइबर सुरक्षा खतरों से बचाव
- चीन के खिलाफ भारत की डिजिटल नीति
- भारत में प्रतिबंधित चीनी ऐप्स की सूची
- स्वदेशी डिजिटल इंडिया पहल
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. डीपसीक ऐप क्या है?
डीपसीक एक चीनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐप है, जो विभिन्न सेवाओं के लिए उपयोग किया जाता है।
2. भारत में डीपसीक पर प्रतिबंध क्यों लगाया जा सकता है?
यह ऐप डेटा सुरक्षा, साइबर खतरों और जासूसी के आरोपों के कारण सरकारी निगरानी में है।
3. क्या डीपसीक के उपयोग से भारतीय उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता को खतरा है?
हां, विशेषज्ञों के अनुसार, इस ऐप से संवेदनशील डेटा लीक होने की संभावना है।
4. सरकार इसका विकल्प क्या दे सकती है?
सरकार स्वदेशी एआई ऐप्स को बढ़ावा दे रही है और भारतीय सर्वरों पर डेटा स्टोरेज सुनिश्चित करने के उपाय कर रही है।
5. भारत में और कौन-कौन से चीनी ऐप्स प्रतिबंधित हैं?
टिकटॉक, वीचैट, यूसी ब्राउज़र और कई अन्य चीनी ऐप्स राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से पहले ही प्रतिबंधित किए जा चुके हैं।