भारत का शहरी विकास और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के साथ इसका मेल
SDGs के साथ मेल:
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लक्ष्य 11 – सतत शहर और समुदाय:
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लक्ष्य 1 – गरीबी का उन्मूलन:
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लक्ष्य 13 – जलवायु कार्यवाही:
मुख्य शहरी विकास पहलें:
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स्मार्ट सिटीज मिशन:
- IoT-आधारित शासन के माध्यम से एकीकृत शहरी योजना पर जोर देता है, जिससे संसाधन दक्षता में सुधार होता है और शहरी दबाव कम होता है।
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सबके लिए आवास:
- PMAY आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को कम लागत वाले आवास प्रदान करता है, जिससे आवास की खाई को पाटा जाता है।
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नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग:
वर्ल्ड अर्बन फोरम के लिए प्रासंगिकता:
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सफलता की कहानियाँ प्रस्तुत करना:
- भारत अपनी नीतियों को अन्य विकासशील देशों के लिए एक स्केलेबल मॉडल के रूप में प्रस्तुत करेगा।
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वैश्विक सहयोग:
- साझेदारी का उपयोग कर, शहरीकरण में सर्वोत्तम प्रथाओं को विभिन्न क्षेत्रों में दोहराया जाएगा।
चुनौतियाँ और समाधान:
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शहरी असमानता:
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बुनियादी ढांचे में खामियाँ:
- नीति ढाँचे को मजबूत करना और tier-2 और tier-3 शहरों में निवेश की आवश्यकता है ताकि संतुलित विकास हो सके।
भारत का शहरी विकास SDGs के साथ निकट से मेल खाता है, जिससे इसकी पहलें World Urban Forum में वैश्विक चर्चाओं को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।