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गांधार कला शैली की प्रमुख विशेषताएँ क्या थीं और यह शैली भारतीय कला पर किस प्रकार प्रभावशाली रही? (250 शब्द)

19-04-2025

I. गांधार कला की प्रमुख विशेषताएँ:
 

  • ग्रीको-रोमन प्रभाव:
    • मूर्तियों में यथार्थवादी मानव आकृतियाँ।
    • चेहरे पर भावप्रदर्शन की स्पष्टता और ग्रीक पद्धति की छाया।
       
  • धार्मिक चित्रण:
    • बुद्ध का मानवीय रूप में चित्रण (पहली बार)।
    • जातक कथाओं और बौद्ध जीवन प्रसंगों को मूर्तियों में उकेरा गया।
       
  • प्रयुक्त सामग्री:
    • मुख्यतः ग्रे शिस्ट पत्थर का उपयोग, जो नक्काशी के लिए उपयुक्त था।
       

II. गांधार कला का भारतीय कला पर प्रभाव:
 

  • भारतीय मूर्तिकला की दिशा बदली:
    • पहले बुद्ध का केवल प्रतीकात्मक रूप था; अब मानवीय रूप में पूजा होने लगी।
       
  • मथुरा शैली से तुलना:
    • गांधार शैली में पश्चिमी प्रभाव, जबकि मथुरा शैली अधिक स्वदेशी थी।
       
  • महायान बौद्ध परंपरा को प्रेरणा:
    • देवतुल्य बुद्ध की धारणा को मजबूत किया।
       

III. समापन:
 

गांधार कला-शैली भारतीय कला इतिहास में एक अनोखा संगम प्रस्तुत करती है, जहाँ पूर्व और पश्चिम की विचारधाराएँ कला के माध्यम से अभिव्यक्त हुईं।

 

पढ़ें: गांधार कला: भारतीय मूर्तिकला और बौद्ध धर्म पर प्रभाव

 

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